Friday 25 August 2017

SUCCESS STORY 7

आज  rpsc meme की blog post में RAS 2013 में 124वी वरीयता प्राप्त धन्ना राम चौधरी जी की success story जिन्होंने धैर्य से इस संघर्ष में बिना विचलित हुए  सफलता प्राप्त की।


परिचय



नाम- धन्ना राम चौधरी
RAS 2013 में 124 वी रैंक (RPS)
उम्र    -     36
RAS परीक्षा में प्रयास -5
    1.RAS 2007 - साक्षात्कार
    2. RAS 2008 - साक्षात्कार(385rank)
    3.RAS 2010- 350 rank - JCTO
    4.RAS 2012 - साक्षात्कार
    5.RAS 2013- 124 rank((RPS)
परीक्षा का माध्यम -  हिन्दी
मूल निवासी         - होडू
                        तहसील- सिणधरी  ,जिला- बाड़मेर
कार्य अनुभव  -  
                       (01)  अध्यापक( ग्रेड 3)- 7वर्ष
                       (02)    J.C.T.O.-5 वर्ष
शैक्षणिक योग्यता-
                1.  कक्षा-10th - 76.54%
                 2.कक्षा-12th -  70.76%(History,economics,political science)
                3. स्नातक-    B.A.  -60.61%(English literature, economics,Sanskrit)

                 4.   स्नात्कोत्तर-M.A.(history) ,M.A.(English), M.A.(Sanskrit)


               5.  NET-& SET (history)

              6. SET (sanskrit)
  
कोचिंग   - only self study(कोचिंग विरोधी)
Hobby-camel riding
            - विद्यार्थियों एवं प्रतियोगियों को मार्गदर्शन देना
अन्य चयन-1. तृतीय श्रेणी अध्यापक -52 rank
               2. वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत-22 rank
               3. वरिष्ठ अध्यापक अंग्रेजी- 400 rank
               4. प्रधानाध्यापक-  18 rank




Q.1-अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में बताइये ,आपने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी का निर्णय कब और क्यों लिया ?

ans.- मैं साधारण कृषक (बरसाती खेती) परिवार से हूँ। मेरे पिताजी मजदूर व किसान है, माताजी व अर्धांगिनी  गृहणी है। एक पुत्र और पुत्री अध्यनरत है और दादी जी अनुभव व सम्बल का आधार है।
    मुझे आजीविका व पसंद का जॉब अध्यापन का आधार मिल गया और इसके बाद कुछ प्रतियोगियों को देखकर, व मित्रों की सलाह ले ,उनके साथ ही 2007 की प्रेस विज्ञप्ति से पहले इसके लिए तैयार था ,सम्मिलित हुआ व साक्षात्कार दिया।

Q.2-अपने जीवन में संघर्ष के निर्णायक मोड़ के बारे में बताइये?

ans.- 2005 में अध्यापक पद पर चयन के पश्चात में प्रशासनिक सेवाओं की ओर मुड़ा व 2007 में RAS परीक्षा के साथ ही  2008 में I.C.S प्री उत्तीर्ण करने के बाद 2008 से 2015 तक लगातार आठ मुख्य परीक्षा (I.C.S) व 2011, 2012 एवं 2015 में साक्षात्कार दिया ,लेकिन सफलता उधर ना होकर 2010 RAS में Jcto पद पर मिली।

Q.3-अंतिम लक्ष्य प्राप्ति तक कैसे आप कैसे उतार- चढ़ावों से विचलित   हुए बिना निरंतर ऊर्जावान बने रहे?

ans.-अध्ययन  के दौरान समय-समय पर पाठ्यक्रम व पैटर्न  में परिवर्तन से कुछ दुविधा तो हुई ,लेकिन गीता के निष्काम कर्म के आधार पर कर्म पर ही ध्यान दिया, फल को कर्म  में ही निश्चित मानकर आगे बढ़ता रहा ,मित्र मंडली में से ही चयनितों  के कारण उत्साह व उनका सहयोग भी मिलता रहा।


Q.4- RAS प्रारम्भिक परीक्षा की रणनीति के बारे में विस्तार से बताइये?

ans.- आर ए एस प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी हेतु खुद को इस हेतु तैयार करना होगा कि" मैं इसे समर्पित होकर करुंगा।"
* इसके बाद पाठ्यक्रम में क्या क्या विषय वस्तु है, उसकी जानकारी रखें, व इसका प्रिंट टेबल पर रखें।
* खुद के कमजोर और मजबूत पक्ष को पहचाने।
* प्रारंभिक परीक्षा के पुराने प्रश्न पत्रों के प्रश्नों को पाठ्यक्रम आधार पर विश्लेषण करें।
* प्रारंभिक परीक्षा हेतु अधिक से अधिक अध्ययन व self mock टेस्ट से अभ्यास करें।

Q.5- RAS मुख्य परीक्षा की तैयारी की रणनीति के बारे में विस्तार से   बताइए?

ans.- हालांकि मुझे RAS मुख्य परीक्षा 2013 हेतु ICS 2013, ICS 2014, ICS 2015 एवं मार्च 2016 में साक्षात्कार (ICS का last chance होने) के कारण मै ना पाठ्यक्रम देख पाया एवं न ही रणनीति बना पाया, लेकिन अनुभव व पूर्व ज्ञान के आधार पर सहज भाव से  परीक्षा में सम्मिलित हुआ एवं मानविकी के बावजूद गणित मेरा मजबूत पक्ष होने से मैं सफल हो गया ।
 *2016 मैं पाठ्यक्रम व पैटर्न परिवर्तन से पाठ्यक्रम के प्रत्येक बिन्दु को महत्वपूर्ण मानकर दोस्तों से चर्चा व लेखन अभ्यास से मजबूत बनाएं।
* प्रश्न की मांग के अनुसार ही उत्तर देवें। ना कि अपना ज्ञान परोसें । भले ही कम शब्दों में हो । *प्रश्न पत्र 2nd व 4th में समय प्रबंधन का ध्यान अति महत्वपूर्ण है। हिंदी व अंग्रेजी व्याकरण के पाठ्यक्रम बिंदुओं को रट लें।
*समय कम होने पर एक अच्छे उत्तर की अपेक्षा 2 प्रश्नों का सामान्य उत्तर अधिक अंक दायक है। कहीं-कहीं बिंदुओं में उत्तर व डायग्राम समय की बचत करता है ।
*आशाजनक व सकारात्मक अंत हो।


Q.6-आपने साक्षात्कार हेतु तैयारी कैसे की?

ans.- साक्षात्कार हेतु मुझे पर्याप्त समय  मिलने के कारण, मेरे पूर्व के  साक्षात्कारों (RAS के 4 व ICS के 3) के प्रश्नों ,विषयों,मेरी कमजोरी व संभावित प्रश्नों का समाधान को तैयार किया ।*समसामयिक मुद्दों, बायोडाटा,job,DAF को दोस्तों के साथ तैयार किया।
* आर डी सैनी के बोर्ड में लगातार (2nd time)मेरा साक्षात्कार था, मैंने सहज और सरल भाव से विनम्रता से प्रश्नों का उत्तर दिया, प्रश्नों का स्तर उच्च एवं आशानुरूप होने से मै संतुष्ट था।



Q.7- अगर आपका चयन RAS में नहीं होता तो आप क्या करते,back up plan?

ans.- मैं पूर्व में ही अध्यापक तृतीय श्रेणी पद पर कार्यरत होने के साथ ही सेकंड ग्रेड (संस्कृत एवं english) व प्रधानाध्यापक में भी चयनित हो चुका था।

Q.8- RAS 2013 में आपके क्या अंक रहे ?

Ans.-     paper1-     88
              paper 2-     125
              paper3-       84
              paper4-       101
        written total-     398
           interview-        62
          total         -        460

Q.9- RAS की तैयारी में आपने किन मानक पुस्तकों का अध्ययन किया?

Ans.-(1) इतिहास-ncert ,spectrum व् किरण compitation
        (2) अर्थव्यवस्था-नाथुरामका,आर्थिक समीक्षा ,lal & lal
        (3) गणित- r s अग्रवाल ,मथुरिया
        (4) मानसिक योग्यता-unique गाइड
        (5) सामान्य विज्ञानं-9th to 12th selected topics physics ,chemistry,biology
        (6) भारतीय राजव्यवस्था- एम लक्ष्मीकांत tmh पब्लिकेशन
        (7)भूगोल- ncert व् महेश वर्णवाल
        (8) राजस्थान -लक्ष्य राजस्थान
        (9)समाजशास्त्र व् लोक प्रशासन-11th ,12th ,,RBD
        (10) नीतिशास्त्र- दृष्टि, व्यवहार- पी डी पाठक,rbd, विधि- नोट्स & bare act
         (11) व्यवसायिक प्रबंधन-11th ,12th,RBD
         (8)सामान्य हिंदी- राघव प्रकाश 
        (9) अंग्रेजी- B K rastogi,lucent
        (10) समसामयिकी- क्रॉनिकल ,दृष्टि, pd, मूमल, समाचार पत्र

Q .10- आपने अपने जीवन में संघर्ष व सफलता से क्या सीखा ?

ans.- इस संघर्ष में विभिन्न परीक्षाओं के दौरान सफल प्रशासनिक मित्रों से विस्तृत व व्यापक क्षेत्र में अनुभव एवं जानकारी मिली। ईमानदारी पूर्वक निष्काम कर्म भाव से सतत परिश्रम से सफलता अवश्य मिलती है।इसे जीवन के हर क्षेत्र में अपनाया जाना चाहिए ।
*कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता।
    एक कंकड़ तबियत से, उछालो तो यारो

1 comment:

  1. Wah inspiration story sir i really appreciate because of your effort
    Its mind blowing sir Best of luck

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