Tuesday 20 June 2017

SUCCESS STORY 2

आज की rpsc meme की दूसरी ब्लॉग पोस्ट में हम लाये हैं महावीर सिंह जोधा की success story जो सतत संघर्ष और सफलता का एक बेहतरीन  उदाहरण है।महावीर सिंह जी की ras exam और जीवन के अनुभव साझा किया हुआ ये इंटरव्यू RAS aspirants के लिए इस मार्ग की यात्रा में प्रकाश स्तंभ का कार्य करेगा।

         परिचय-

नाम- महावीर सिंह जोधा
RAS 2013 में 11 वी रैंक
रोल नंबर-930738
उम्र    -     38
RAS परीक्षा में प्रयास -3
परीक्षा                         रैंक                     पद
RAS 2010                 483                   JCTO
RAS 2012                   76                    RTS
RAS  2013                   11                    RAS
परीक्षा का माध्यम -  हिन्दी
मूल निवासी         - v/p रणसीसर जोधा
                        तहसील- डीडवाना ,जिला-नागौर
कार्य अनुभव  -  (01) नर्सिंग सेवा -12 वर्ष
                       (02) वाणिज्य कर सेवा-4 वर्ष
                       (03) राजस्थान तहसीलदार सेवा-1 वर्ष
शैक्षणिक योग्यता-
                  कक्षा-10th - 76.40%
                  कक्षा-12th - 70.60%(PCMB)
              विद्यालय- जवाहर नवोदय विद्यालय , कुंचामन सिटी
             स्नातक-    B.A. स्वयंपाठी -47.67%,MDS university अजमेर
  
कोचिंग   - केवल self study
hobby -अध्यात्म,ध्यान योग 
               (अपने जीवन में परिवर्तन लाने के लिए ध्यान योग अपनाएं,) (सूत्र-en.heartfulness.org)

Q.1-अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में बताइये ,आपने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी का निर्णय कब और क्यों लिया ?

ans.-   * मै साधारण मध्यम वर्गीय परिवार से हूँ। मेरे पिताजी सेवानिवृत प्राध्यापक,माताजी व अर्धांगिनी (M.A.,B.ed.) गृहणी है,दो पुत्र अध्ययनरत है।
           * मुझे आजीविका के लिए नर्सिंग सेवा का आधार मिल गया था,मार्क्स के कथनानुसार "दुनिया के मजदूरों एक हो जाओ,तुम्हारे पास खोने को कुछ नहीं है" का अनुसरण कर मैने अपने आपको क्षमतानुसार आजमाने का दृढ संकल्प किया और प्रथम बार RAS 2010 में अपने मित्रों की प्रेरणा एवं सहयोग से शामिल हुआ और सफल रहा।

Q.2-अपने जीवन में संघर्ष के निर्णायक मोड़ के बारे में बताइये?

Ans- *विद्यालय अध्ययन के बाद चौराहे पर खड़ा में नर्सिंग सेवा के मार्ग पर चला गया,वहाँ मेरा बोद्धिक पक्ष मुझे कचोटने लगा। मै निशब्द,निराश ,निस्सार होकर अवसाद की गहराइयों में खो गया। वहाँ मेरे पास दो ही विकल्प शेष थे, या तो मै जीवन की अँधेरी काल कोठरी में हमेशा के लिए कैद होकर रह जाऊँ या संघर्ष कर स्वर्णिम उजाले का आलिंगन करूँ,मैने अपने आतंरिक स्व को उजागर कर संघर्ष रूपी श्रेष्ठता का मार्ग चुना और स्वयं को साबित किया।

Q.3-अंतिम लक्ष्य प्राप्ति तक कैसे आप कैसे उतार- चढ़ावों से विचलित   हुए बिना निरंतर ऊर्जावान बने रहे?

Ans.- अध्ययन के दौरान उतार चढाव एक कटु सत्य है,लेकिन यदि आपमे वह जज्बा,लगन,आग रूपी ईंधन है जो आपकी स्व प्रेरणा की मशाल को सदैव प्रज्जवलित रखे तो दुनिया में कोई ताकत नहीं जो आपको लक्ष्य से विचलित कर सके।

Q.4- RAS प्रारम्भिक परीक्षा की रणनीति के बारे में विस्तार से बताइये?

Ans.- *RAS प्रारम्भिक परीक्षा की तैयारी में पुराने प्रश्न पत्रों का   योजनाबद्ध अध्ययन करें ,पाठ्यक्रम का हमेशा अनुसरण करें ,प्रत्येक विषय वह बिंदु तक अपनी सामान्य समझ विकसित करें धैर्य बनाएं रखें क्योंकि सामान्य ज्ञान में अपेक्षित स्तर बनाने के लिए एक से डेढ़ वर्ष का समय लग जाता है।
         * नवीन तथ्यों व समसामयिकी बिंदुओं का स्मरण करें प्रतिदिन प्रेक्टिस पेपर की सहायता से अपना मूल्यांकन करते रहें ।RAS में 16 विषयों के समुच्चय में अपने प्रभाव क्षेत्रों में पकड़ कायम रखते हुए शेष सभी विषयों में अपनी सामान्यज्ञता विकसित करें परीक्षा में मेरे द्वारा प्रतिपादित rabbit, deer,wolf,tiger (RDWT) सिद्धांत का पालन करें।

Q.5- RAS मुख्य परीक्षा की तैयारी की रणनीति के बारे में विस्तार से   बताइए?

Ans- *RAS मुख्य परीक्षा का आधार /सार श्रेष्ठ उत्तर लेखन शैली है। गहन अध्ययन करने वाले परीक्षार्थियों में ज्ञान व सूचनाओं का संकलन का स्तर कमोबेश एक सा रहता है। श्रेष्ठ उत्तर लेखन शैली (कोयल शैली) विषय के सार को प्रश्न की मांग के अनुसार अपने शब्दों में प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करना है ,जिसमें प्रवाह हो,आरंभ व अंत सारभूत व समीचीन हो और जो परीक्षक को सम्मोहित कर पूर्ण अंक प्रदान करने हेतु बाध्य कर दें।
          * मुख्य परीक्षा की तैयारी में विषयों की मानक पुस्तकों व् स्तरीय कोचिंग  संस्थाओं के नोट्स का अध्ययन कर विषय के प्रभाव क्षेत्र (Area of importance)एवं key words  पर अपनी पकड़ बनाकर विषय वार उनको लिखकर बार बार दोहराना चाहिए ।एक विषय के लिए एक दो मानक पुस्तक का ही प्रयोग करें अपने उत्तर के महत्वपूर्ण हिस्सा को उसी पेन से अंडरलाइन कर देवे।
           * मुख्य परीक्षा से पूर्व मानक टेस्ट सीरीज का प्रयोग कर समय प्रबंधन ,लेखन शैली एवं सामान्य त्रुटियों में आवश्यक सुधार किया जा सकता है।
          * मुख्य परीक्षा में समय प्रबंधन कर प्रश्नों के अंको के अनुपात में सभी को समय देवें। RDWT सिद्धांत व उत्तर लेखन की कोयल शैली को अपनाएं ।द्वितीय व चतुर्थ प्रश्न पत्र पर विशेष ध्यान देवें हिंदी व अंग्रेजी व्याकरण को मजबूत करें।
         * विभिन्न शब्द सीमा वह अंकों वाले प्रश्नों में रणनीति निम्नानुसार होनी चाहिए-
(01) 15 शब्दों/2 अंकों वाले प्रश्नों में -            4/5 मुख्य तथ्य या सारभूत बातें वाक्य निर्माण की आवश्यकता नहीं
 (02) 50 शब्दों/5 अंकों वाले प्रश्नों में-            प्रथम वाक्य उत्तर प्रस्तावना (सारभूत और प्रभावी),5/7पॉइंट बनाकर रचना अनुसार मुख्य  बातें लिखना। अंतिम वाक्य उत्तर- सार (सकारात्मक व समाधान मूलक)
(03) 100 शब्दों/10 अंकों वाले प्रश्नों में-       प्रथम दो पंक्तियां उत्तर प्रस्तावना( सारभूत प्रभावी)
                                                            मध्य भाग प्रश्न की माँग अनुसार पैराग्राफ ,अंतर बीच में लाइन खींच कर,               चित्र बनाकर समझाना, अंतिम दो पंक्तियाँ( आशावादी व समाधान मूलक)उत्तरों को वर्तमान प्रासंगिकता से जोड़ना।

Q.6-आपने साक्षात्कार हेतु तैयारी कैसे की?

Ans.-* आर ए एस साक्षात्कार के लिए मैंने अपने स्नातक के विषयों, समसामयिक मुद्दों, रुचि के विषयों ,जॉब ,व्यक्तिगत विवरण ,हॉबी से संभावित प्रश्नों को तैयार किया ।साक्षात्कार दिवस की मुख्य घटनाओं समाचारों के बारे में जाना तथा साक्षात्कार की तैयारी करने वाले पांच से छह लोगों का ग्रुप बनाकर तीन चार बार छद्म साक्षात्कार का अभ्यास किया।
        *   RPSC चेयरमैन पवार सर के बोर्ड में मेरा साक्षात्कार था, मैंने सहज और सरल रहकर सत्य निष्ठा ,आत्मविश्वास व विनम्रता के साथ प्रश्नों के उत्तर दिए। मैं अपनी अभिव्यक्ति से संतुष्ट था।

Q.7- अगर आपका चयन RAS में नहीं होता तो आप क्या करते,back up plan?

Ans- मैं पूर्व में ही RAS 2012 में RTS के पद पर चयनित हूं ,RAS तो मैं पदोन्नति  से भी बन जाता लेकिन मुझे लगा कि मैं इससे ज्यादा भी कर सकता हूं मैंने 2013 में केवल एक पद RAS हेतु ही परीक्षा दी थी।

Q.8- RAS 2013 में आपके क्या अंक रहे ?

Ans.-     paper1-     108
              paper 2-     118
              paper3-       84
              paper4-       105
        written total-     415
           interview-        76
          total         -        491

Q.9- RAS की तैयारी में आपने किन मानक पुस्तकों का अध्ययन किया?

Ans-     RAS में मैंने निम्न विषयों की मानक पुस्तकों का पाठ्यक्रम के अनुसार ही अध्ययन किया जो उपयोगी रही-
 

Q .10- आपने अपने जीवन में संघर्ष व सफलता से क्या सीखा ?

Ans.- * संघर्ष के उपरांत मिली इस सफलता से मैंने जाना है कि "यदि मानव अपनी अनंत क्षमताओं को जानकर दृढ़ निश्चयी होकर निरंतर प्रयास करें तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।"
          * जीवन में आपको स्थितप्रज्ञ एवं सकारात्मक रहकर ,विषय वस्तु को उसी रूप में जानकर ,जैसी वह है के अनुसार ही अपना कार्य व निर्णय करना चाहिए भले ही वह जीवन का संघर्ष  हो या प्रतियोगिता परीक्षा का हो।
          * नये आशार्थियों को मेरा संदेश है कि अपने मैं यह भाव विकसित करने कि "मैं RAS बन सकता हूँ" तो आधा लक्ष्य तो उसी क्षण पूर्ण हो जाता है ,फिर बचा हुआ योजनाबद्ध ,निरंतर मेहनत से पूर्ण हो जाता है।

*    विस्तृत मार्गदर्शन एवं RDWT सिद्धांत व कोयल शैली के लिए YouTube पर निम्न link देखें
        Interaction with RAS Mahavir singh jodha
   

9 comments:

  1. आपकी दृढ संकल्प शक्ति और आत्मविश्वास के कारण जिस मुकाम पर पहुंचे है, आपकी काबिलियत को सलाम है, बधाई हो हुकम

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  2. inspiring ..keep your good work up ...dear blogger

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  3. Inspiring n energizing journey hukum....

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  4. Kar khud ko itna buland ki khuda bhi puche teri raza kya hai..... Vakai apne kr dikhaya salute jodha saab

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  5. I selute जोधा साहब. ... एक नवोदयन होने के नाते

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  6. आप हम सब के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।

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